बेहतरीन वक्त बेहतरीन वक्त
बस उसकी रहमत पे यकीं होना चाहिये बस उसकी रहमत पे यकीं होना चाहिये
घाव तो शारीरिक यातना के , लेते कुछ समय मगर भर जाते हैं, पर घाव तो व्यंग्य-विचारोंं क घाव तो शारीरिक यातना के , लेते कुछ समय मगर भर जाते हैं, पर घाव तो व्यंग्य-वि...
ग़ुरूर हो तो चट्टानों से भी टकराया जा सकता है ग़ुरूर हो तो चट्टानों से भी टकराया जा सकता है
जीना ही है इधर जीना भी है उधर, तो मरना लिखा है क्यों, मरना लिखा है क्या ? जीना ही है इधर जीना भी है उधर, तो मरना लिखा है क्यों, मरना लिखा है क्या ?
चाहें कुछ भी हो जाए साथ रहना ही है साथ रहना ही है साथ रहना ही है। चाहें कुछ भी हो जाए साथ रहना ही है साथ रहना ही है साथ रहना ही है।